प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर जांच की जाती है। सुबह एवं शाम
बच्चों की भी जांच की भी सुविधा
सूतिका गृह एवं शिशु कल्याण केन्द्र जबलपुर यह नागपुर मातृ सेवा संघ की शाखा है। इसका प्रारंभ स्वर्गीय कमलताई होस्पेट द्वारा किया गया था। फरवरी 1941 में किराये के भवन में श्री रायबहादुर छत्तरसिंहजी के कर कमलों द्वारा इसका उद्घाटन किया गया।
यह अस्पताल अपने प्रेरणा स्त्रोतो के मार्गदर्शन पर प्रबंधन समिति द्वारा निःशुल्क, सेवाभावी महिलाओं द्वारा चलाया जा रहा है। इस “पेशेंट फ्रेड्ली” अस्पताल की गुणवत्ता कायम रखने का श्रेय यहाँ कार्यरत अनुभवी सक्षम डाॅक्टरों, प्रशिक्षित नर्सों एवं अन्य कर्मयोगी कर्मचारियों को जाता है जो अपने आप एक मिसाल है। आज जबलपुर का एक मात्र अस्पताल है जो स्त्रियों के लिये स्त्रियों द्वारा संचालित हो रहा है।
प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर जांच की जाती है। सुबह एवं शाम
बच्चों की भी जांच की भी सुविधा
संस्था के दोनों अस्पताल में प्रसुति कक्ष हैं।
छोटी बड़ी सभी प्रकार की शल्य क्रिया की जाती है।
परिवार कल्याण अर्थात् परिवार नियोजन का महत्व (डी.एन. सी., टी.टी. इव्हेल्युएशन किये जाते है।
सूतिका गृह में पेथोलाॅजी है जिसमें सभी प्रकार का रक्त परीक्षण होता है कम खर्च पर।
सूतिका गृह में कम खर्च पर सभी प्रकार की सोनोग्राफी होती है, सिवाय प्रसवपूर्ण “भ्रूण परिक्षण नहीं होता है”।
प्रसूति एवं बच्चों के सभी प्रकार के टीके लगाए जाते है।
यहाँ पर कई वर्षों से प्रसुतिकाओं तथा उनके परिवार जनों को अत्यंत अल्प शुल्क पर भोजन उपलब्ध होता है।
सूतिक गृह में स्वयं की एम्ब्युलेंस है जिसकी 24 घण्टे सुविधा है।
नवजात एवं 15 वर्ष तक के बच्चों की भर्ती करने की सुविधा भी कम खर्च पर है।
डाॅ. पद्मा पाण्र्ड (मुख्य चिकित्सा अधिकारी)
डाॅ. प्रज्ञा हर्षे
डाॅ. भावना वेगड
डाॅ. लता परयानी
डाॅ. सुनीता जायसवाल
डाॅ. नमिता तिवारी
डाॅ. स्मृति दास
डाॅ. नीता पोळ
डाॅ. जय प्रकाश सराफ (नर्सरी प्रमुख)
डाॅ. समीर अग्रवाल